T+1 सिस्टम के लागू होने से कैसे होगा निवेशको को फायदा ।
शेयर मार्केट मे निवेशकों एवं ट्रेडरो को लाभ पहुंचाने के लिए SEBI ने 27 जनवरी 2023 को सबसे तेज सेटलमेन्ट सिस्टम T+1 settlement system लागू किया है । जिससे शेयर मार्केट मे की गई लेन का पैसा 24 घन्टे के भीतर Demat अकाउंट मे आ जायेगा। भारत मे 2003 से लेकर 27 जनवरी 2023 करीब 19 साल तक T+2 सिस्टम लागू रहा । वर्तमान मे अमरीका, यूरोप, आस्ट्रेलिया जैसे विकसित देश मे भी T+2 सिस्टम ही लागू है ।
इससे पहले यह T+1 सिस्टम केवल चीन मे लागू था ।
T+1 settlement की meaning क्या है ?
T+1 settlement मे T का मतलब होता है लेन-देन (transaction), और इसके आगे लिखी गई संख्या दिन को दर्शाती है अथार्त T+1 का अर्थ हुआ कि शेयर मार्केट मे की गई लेन-देना का पैसाश या शेयर demat अकाउंट मे 24 घन्टे के भीतर आ जाएगा। इससे पहले भारत मे t+2 settlement सिस्टम लागू था जिससे लेन-देन का पैसा आने मे दो दिन का समय लग जाता था ।
उदाहरण के लिए मान कीसी ने सोमवार को शेयर बेचा तो उसके अकाउंट मे पैसा दो दिन के बात गुरुवार को आता था लेकिन T+1 सिस्टम मे बेचने वाले के अकाउंट मे यह पैसा 24 घन्टे यानि कि मंगलवार को आ जाएगा।
T+1 settlement system के फायदे
इस सिस्टम के लागू होने से शेयर बेचने वाले के अकाउंट मे एक दिन मे पैसा आ जाता है जिसेसे वो दुसरे दिन अगर उसे कोई अच्छा सौदा(शेयर) मिलता है तो वो उसे ले सकता है । T+2 मे ऐसा नही हो पाता था ।
जल्दी जल्दी पैसे की लेन देन से मार्केट की अस्थिरता घटेगी ।
जोखिम मे कमी आयेगी।
भारत मे T+5...,+1 settlement सिस्टम का इतिहास
भारत मे सबसे पहले 15 जनवरी 1998 को T+5 सिस्टम लागू हुआ था जिसमे लेन-देन के सौदे पांच दिन मे पुरे होते थे । इसके 3 साल बाद 2002 मे T+4 लागू हुआ और आगले वर्ष 2003 मे T+2 सिस्टम आया यह लगतार 19 वर्ष तक रहा और अब 27 जनवरी 2023 को T+1 सिस्टम लागू हुआ है ।
T+1 system की सुरूआत कब हुई
इस सिस्टम की शुरूआत SEBI फरवरी 2022 से ही हो गई थी पहले इसके दायेरे मे छोटी-छोटी कंपनी जिनके शेयर मार्केट मे कम थे उन्हें लाया गया । इसके बाद थोङी बङी एवं अभी इस settlement सभी कंपनी आती है ।
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